आम आदमी पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ उन्हीं सीटों पर प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया है, जहां संगठन जमीनी स्तर पर मजबूत है. ‘आप' के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की मानें तो पार्टी की योजना फिलहाल 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की है.

सिंह के मुताबिक, पार्टी जिन 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है उनमें दिल्ली, पंजाब, हरियाणा की सीटें प्रमुख हैं. इसके अलावा, पार्टी राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश पर फोकस कर रही है क्योंकि इनमें से अधिकतर राज्यों में जल्द ही विधानसभा चुनाव भी होने हैं.

इससे पूर्व ‘आप' ने 2014 के लोकसभा चुनाव में 430 से अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से मैदान में उतरे थे. इसके अलावा, पार्टी के सभी बड़े नेताओं को चुनाव में उतारा गया था. तब पार्टी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर देशव्यापी समर्थन को चनाव में भुनाने की कोशिश की थी. मगर, पार्टी का प्रदर्शन बेहद फीका रहा था. खुद अरविंद केजरीवाल बुरी तरह से चुनाव हार गए थे.

इसी वजह से पार्टी के रणनीतिकार पूरे देश में लोकसभा चुनाव में उतरने को तैयार नहीं है. सिर्फ उन्हीं 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी है जहां संगठन मजबूत है. इसके तहत दिल्ली में सभी सीटों पर चुनाव लड़ना तय है. सात सीटों में से पांच पर लोकसभा प्रभारी जोकि भविष्य के प्रत्याशी होंगे, पार्टी तय कर चुकी है.

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