दीनानाथ वसुंधरा के लिए हाथ आए रिश्ते को गंवाना नहीं चाहते थे लेकिन वसुंधरा, जो पढ़लिख कर जिंदगी में एक ऊंचा मुकाम हासिल करना चाहती थी, उसे यह सब हरगिज मंजूर न था. क्या वसुंधरा अपने फैसले पर अडिग रह सकी?